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कृष्ण मंत्र [ मन को शांत और तनाव रहित करने के लिए ]

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जय श्री कृष्णा 🚩 नमस्कार The Allrounder माता श्री😊 आज हम कृष्ण मंत्रो के बारे में बात करेंगे। कुछ समय से हम सब कोरोना (कोविड  19) की वजह से शारीरिक और मानसिक परेशानियों से घिरे हुए हैं, ऐसे समय में हमें सब से पहले मानसिक रूप से स्वस्थ रहना चाहिए तभी हम अपना और अपने परिवार का ख्याल रख सकेंगे।  श्रीकृष्ण मंत्र का जाप भगवान के प्यार को पाने और मानसिक शांति के लिए किया जा सकता है। (१) कृष्ण मूल मंत्र     ॐ कृष्णाय नमः     ओम कृष्णाय नम: भावार्थ: मेरा प्रणाम स्वीकार किया, श्रीकृष्ण। (२) श्री कृष्ण महा मंत्र यह सबसे लोकप्रिय कृष्ण मंत्र है।  .हम कृष्ण कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे  हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण, हरेकृष्ण  हरे राम, हरे राम, राम राम, हरे हरे ।। भावार्थ: श्रीकृष्ण और भगवान राम के लिए ओड, जो दोनों के शरीर हैं, लेकिन एक हैं, क्योंकि वे श्री हरि विष्णु के अवतार हैं। (३) कृष्ण गायत्री मंत्र ॐ देव्किनन्दनाय विधामे वासुदेवाय   धीमहि तन्नो   कृष्णः प्रचोदयात्। ओम् देवकीनन्दनाय विद्महे  वासुदेवाय धी -  महि तन्नो कृष्ण प्रचोदयात् भावार्थ: '

श्री कृष्ण

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                   कृष्ण,  हिन्दू धर्म में विष्णु के अवतार हैं | श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के 8वें अवतार और हिन्दू धर्म के ईश्वर माने जाते हैं। कृष्ण की माता का नाम देवकी और पिता का नाम वसुदेव था। उनको जिन्होंने पाला था उनका नाम यशोदा और धर्मपिता का नाम नंद था। कृष्ण वसुदेव और देवकी की 8वीं संतान थे। मथुरा के कारावास में उनका जन्म हुआ था और गोकुल में उनका लालन पालन हुआ था। यशोदा और नन्द उनके पालक माता पिता थे। उनका बचपन गोकुल में व्यतित हुआ। कान्हा,गोविन्द , कन्हैया, श्याम, गोपाल, केशव, द्वारकेश या द्वारकाधीश, वासुदेव आदि नामों से भी उनको जाना जाता हैं। कृष्ण निष्काम कर्मयोगी थे। उनका जन्म द्वापरयुग में हुआ था। उनको इस युग के सर्वश्रेष्ठ पुरुष युगपुरुष या युगावतार का स्थान दिया गया है|  श्री राधा जी श्री कृष्ण की प्रेमिका थी |श्री कृष्ण की 8 पत्निया  थी  रुक्मणि, जाम्बवन्ती, सत्यभामा, कालिन्दी, मित्रबिन्दा, सत्या, भद्रा और लक्ष्मणा।श्री कृष्ण जिसके अनेक रूप और हर रूप की लीला अद्भुत। प्रेम को परिभाषित करने वाले |                                           || हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण